वॉयेजर 1 अंतरिक्ष यान : दुनिया का सबसे दूर जाने वाला अंतरिक्ष यान
वॉयजर 1 अबतक का सबसे दूर जाने वाला अंतरिक्ष यान है वॉयेजर 1 इंटरस्टेलर स्पेस (सूर्य के गुरूत्वाकर्षण के बाहर)
में जाने वाला पहला अंतरिक्ष यान है, इसे मूल रूप से हमारे सौर मंडल से बाहरी ग्रहो का पता लगाने के लिए 1977 में वॉयेजर 2 के साथ वॉयेजर 1 को लॉन्च किया गया था । यह अंतरिक्ष यान काफ़ी लंबे समय से पृथ्वी पर अहम जानकारी भेज रहा है
अंतरिक्ष यान ने अपनी यात्रा शुरू होने के लगभग 35 साल बाद अगस्त 2012 में इंस्टरस्टेलर स्पेस में प्रवेश किया था
पृथ्वी से दूर जा रहा है वॉयेजर वन अंतरिक्ष यान
वॉयेजर 1 बृहस्पति और शनि ग्रह तक पहुंचने वाला पहला अंतरिक्ष यान बना इस यान की भेजी गई तस्वीरों का उपयोग स्कूली किताबों और कई आउटलेट्स मे किया गया । इस अंतरिक्ष यान में कुछ कक्ष भी बनाएं गाएं हैं जिसमे पृथ्वी की आवाज़ें और संगीत मोजूद हैं
अगर हम वॉयेजर 2 की बात करें तो इस अंतरिक्ष यान को 20 अगस्त 1977 को लॉन्च किया गया था और उसके 2 हफ्ते बाद यानी 5 सितंबर 1977 को वॉयेजर 1 लॉन्च किया गया था
वॉयेजर 1 अंतरिक्ष यान का कुछ ही समय मे हमसे सम्पर्क टूट जायेगा 2025 के आसपास अंतरिक्ष यान का ईंधन खतम हो जायेगा और वैज्ञानिक डेटा को इखट्टा नहीं कर पाएंगे
वॉयेजर वन मे हैं पृथ्वी की जानकारियां
यह स्वीकार करते हुए की वॉयजर्स इंटरस्टेलर स्पेस के लिए उड़ान भरेंगे । नासा ने अंतरिक्ष यान पर व्हेल की आवाज़ से लेकर चक बेरी (Chuck Berry) के संगीत की आवाजों को वॉयेजर्स मे रखा, साथ ही 55 भाषाओं मे बोली जाने वाली बधाई भी दी ।
12 इंच चौड़ी सोने की परत चढ़ाए गए तांबे के डिस्क में चित्र भी शामिल थे, जिसमे दर्शाया गया था के उन्हें कैसे संचालित किया जाए। शायद हमारे अलावा भी और कहीं ज़िंदगी हो और वो शायद हमें जानने की कोशिश करें इस अंतरिक्ष यान में काफ़ी जानकारी भेजी गई है
कैसे 45 सालो से आज भी चल रहे हैं ये अंतरिक्ष यान?
दोनों अंतरिक्ष यान तीन रेडियो आइसोटोप थर्मो इलेक्ट्रॉनिक (Three Radioisotope Thermoelectric) जेनरेटर द्वारा संचालित होते हैं, ये ऐसे उपकरण हैं जो गर्मी को बिजली में परिवर्तित करते हैं
रिपोर्ट की माने तो वॉयेजर 1 अंतरिक्ष यान जनवरी 2022 तक पृथ्वी से लगभग 156 AU दूर जा चुका है है यानी लगभग 23.3 बिलियन किमी अगर आप आजतक की दूरी देखना चाहते हैं तो आप नासा की इस वेबसाइट पर जाकर देख सकते हैं यहां आपको वॉयेजर 1 और वॉयेजर 2 की सटीक जानकारी मिल जाएगी
शुरुआत मे वॉयेजर 1 का नाम वॉयेजर 1 नही था ये अंतरिक्ष यान मैरिनर 11 था । बजट में कटौती के कारण मैरिनर 11 मीशन को बृहस्पति और शनि की उड़ान के रूप मे दुबारा बढ़ाया गया और मैरिनर बृहस्पति - शनि का नाम बदल दिया गया जैसे जैसे मिशन आगे बढ़ा तो इसका नाम बदलकर वॉयेजर कर दिया गया।
ये थी वॉयेजर वन के बारे में कुछ रोचक जानकारियां उम्मीद है आपको पसंद आई होंगी इन जानकारियों का स्रोत (Source) Internet, Wikipedia, Nasa और Space.com जैसी वेबसाइट है और अधिक जानकारी के लिए आप इन वेबसाइट पर जा सकते हैं। और अगर हम आसान भाषा में समझाने में कामयाब हुए तो इसे अपने दोस्तो और परिवार के साथ शेयर करें ताकि उन्हें भी इंसानों की सफलताओं के बारे में पता चल सके धन्यवाद।
0 Comments
Post a Comment
Please do not enter any spam link in the comment box